आज के समय में हम सभी लोग किसी न किसी कंपनी के सिम का इस्तेमाल करते हैं. परंतु कई बार ऐसा होता है कि जिस कंपनी के सिम का इस्तेमाल कर रहे हैं उसकी सेवाएं हमें पसंद नहीं आ रही है. जिसके कारण हम दूसरे कंपनी का सिम लेना चाहते हैं. लेकिन समस्या है कि हमारा वह नंबर हमारे सभी सरकारी डॉक्यूमेंट से लिंक है. ऐसे में Number बदलने से हमें कई परेशानी और तकलीफों का सामना करना पड़ सकता है. इस स्थिति में अपना सिम पोर्ट कराकर उसी नंबर का इस्तेमाल कर सकते है.
अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि new sim port rules kya hai or kaise kare. इस लिए इस पोस्ट में नया सिम पोर्ट करने का नियम एवं प्रक्रिया बताया गया है, जो आपके सिम को पोर्ट करने में मदद करेगा. साथ ही सभी सिम पोर्ट करने का नियम भी उपलब्ध है, जिससे आपको परेशानी भी नही होगी.
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नया सिम पोर्ट नियम क्या है?
भारत सरकार द्वारा सिम पोर्ट कराने के लिए कुछ नियम निर्धारित किए गए है, जिसे फॉलो करना प्रत्येक व्यक्ति के लिए अवश्यक है. जो इस प्रकार है:
- सबसे पहले सिम पोर्ट करने के लिए आपका सिम 90 दिनों पुराना होना चाहिए.
- पोर्टिंग प्रक्रिया के दौरान समय आपका सिम एक्टिव होने चाहिए.
- सिम पोर्ट होने में लगभग 48 घंटे तक का समय लग सकता है.
- आपकी सिम पर कोई भी बिल पेंडिंग नहीं होना चाहिए
- जिस डॉक्यूमेंट पर अपने सिम लिया था उससे संबंधित सभी दवा डॉक्यूमेंट आपके पास होने चाहिए
- आपकी सिम में कोई एक्टिव प्लान होना चाहिए.
- नया सिम पोर्ट कराने के लिए पुराना सिम साथ ले जाना आवश्यक है.
नया सिम पोर्ट कैसे करे: आसान तरीका देखे
अपने सिम को दुसरे कंपनी के सर्विसेज में करना चाहते है, तो निम्न प्रक्रिया के मदद से नए सिम को पोर्ट करा सकते है.
- सबसे पहले सिम पोर्ट करने के लिए अपने मोबाइल के मैसेजिंग ऑप्शन में जाए.
- मेसेज में PORT Mobile Number लिखे. अर्थात, Port 90066xxxxx लिखे.
- अब आप अपने मैसेज को 1900 नंबर पर भेज दें.
- इसके बाद आपके मोबाइल पर UPC कोड आएगा जिसे संभाल कर रखे. क्योंकि, UPC Code केवल 15 दिन के लिए वैलिड रहता है.
- इसके बाद आप अपने नजदीकी टेलिकॉम ऑपरेटर के पास जाकर अपना सिम पोर्ट करने के लिए बोले.
- टेलिकॉम ऑपरेटर द्वारा आपसे UPC कोड माँगा जाएगा, वह कोड उन्हें उपलब्ध करे.
- इसके बाद अपने पसंद के मुताबिक पोर्ट करवाने संबंधित कोई ऑफर को सेलेक्ट करें.
- इस तरीके से आप अपने न्यू सिम को पोर्ट करवा सकते हैं.
- ध्यान दे, सिम पोर्ट होने के बाद लगभग आपका सिम 48 घंटे के अंतराल में चालू हो जाएगा, और आप उस सर्विस का लाभ प्राप्त कर सकते है.
सिम को पोर्ट करवाने में कितना समय लगता है?
किसी भी नई सिम को पोर्ट करवाने में दो दिनों का समय लग सकता है. इस दौरान आपको जो नई सिम दी जाएगी उसका इस्तेमाल कर सकेंगे. इसके बाद जो भी पुराना नंबर आपका था वह इस सिम पर फॉरवर्ड हो जाएगा.
ध्यान दे, सिम पोर्ट कराने के दौरान यदि आपके डाक्यूमेंट्स में किसी प्रकार की कोई प्रॉब्लम होती है, तो सिम पोर्ट होने के समय में इजाफा हो सकता है. इसलिए, जल्द से जल्द सिम पोर्ट कराने के लिए हमेशा ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स का उपयोग करे.
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सिम पोर्ट नियम से जुड़े प्रश्न: FAQs
Q. नई सिम को कितने दिन बाद पोर्ट करा सकते हैं?
नियम के अनुसार नई सिम को 90 दिनों के बाद पोर्ट करा सकते है. क्योंकि, एक कंपनी अपने उपभोक्ता को दुसरे कंपनी में सिम पोर्ट कराने के लिए 90 दिनों का समय प्रदान करती है. अर्थात, 90 दिनों के बाद ही सिम पोर्ट कर सकते है.
Q. एक सिम को कितनी बार पोर्ट किया जा सकता है?
एक सिम को कितनी भी बार पोर्ट किया जा सकता है. लेकिन सिम पोर्ट 90 दिनों के बाद ही कर सकते है. अर्थात, यदि आपने अभी किसी सिम को पोर्ट किया है, तो अगले 90 दिनों के बाद ही उसे पोर्ट कर सकते है.
Q. पोर्ट कराने में कितना पैसा लगता है?
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा पोर्ट कराने पर 6.46 रुपये लगता है. यह पैसा सरकार द्वरा लगाया जाता है. लेकिन, सिम पोर्ट कराने के दौरान जो भी ऑफर चुना जाता है, उसके अनुसार सिम पोर्ट पर पैसा देना होता है. अर्थात, सिम पोर्ट फ़ीस + ऑफर फीस लगता है. मौजूदा समय में सिम पोर्ट कराने में 100 से 250 रुपया तक लगता है.
Q क्या हम 3 महीने से पहले सिम पोर्ट कर सकते हैं?
नही, 3 महीने से पहले सिम पोर्ट नही कर सकते है. सिम पोर्ट नियम के अनुसार नया सिम लेने के 3 महीने बाद यानि 90 दिनों बाद ही सिम पोर्ट कर सकते है.