किसान क्रेडिट कार्ड लोन न चुकाने पर क्या होगा 2024

Whatsapp ChannelJoin
Telegram channelJoin

भारत सरकार किसानों के सुविधा के लिए किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा लोन प्रदान करती है ताकि वे खेती सम्बंधित सभी प्रकार के जरूरतों को पूरा कर सके. लेकिन कई बार किसान इस लोन को चुकाने में असमर्थ हो जाते है. अर्थात, समय पर लों न चुकाने पर बैंक द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यवाही की जाती है. जिससे किसानों को कई प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़ता है.

जब भी किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लिया जाता है, उस समय बैंक के पास कुछ न कुछ गिरवी रखा जाता है. यदि किसान क्रेडिट कार्ड लोन न चुकाने पर बैंक द्वारा उस संपत्ति को जप्त या नीलाम किया जा है. इसके अलावे, अन्य क़ानूनी प्रक्रियो को भी फॉलो किया जा सकता है. इसलिए, निचे किसान क्रेडिट कार्ड लोन न चुकाने पर क्या होता है, के सभी बिन्दुयों को समझते है.

किसान क्रेडिट कार्ड लोन न चुकाने पर क्या होगा?

किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेने वाले लाभार्थीयों में कुछ लोन को चुकाने में असमर्थ हो जाते है. ऐसे में सरकार उनकी स्थिति को देखते हुए कई बार लोन माफ़ भी कर देती है. लेकिन ऐसा हमेशा और हर किसी के साथ नही होता है. यदि किसान क्रेडिट कार्ड लोन को समय पर जमा नहीं कराते हैं, तो बैंक द्वारा कार्रवाई की जा सकती है.

बैंक लोन चुकाने की कई प्रक्रिया प्रदान करती है, ताकि किसान अपने सुविधा अनुसार उसे पूरा कर सके. यदि इतने छुट के बाद भी यदि कोई किसान लोन नही चुकाते है, तो उनके खिलाफ निम्न प्रक्रिया फॉलो किया जाता है.

स्टेप 1: नोटिस जारी करना

किसान क्रेडिट कर लोन की लगातार 3 या उससे अधिक ईएमआई नहीं जमा करने पर बैंक द्वारा आपको नोटिस भेजा जाता है. यदि आप नोटिस का जवाब देते हैं, तो, अपने लोन का सेटलमेंट बैंक जाकर बैंक मैनेजर के साथ कर सकते हैं. 

और यदि किसान नोटिस का कोई जवाब नहीं देते है, तो बैंक द्वारा उन्हें तीन बार नोटिस दिया जाता है. नोटिस प्रक्रिया होने के के बाद बैंक द्वारा दूसरी प्रक्रिया अपनाई जाती है.

स्टेप 2: रिकवरी एजेंटों को भेजा जाएगा

जब किसान द्वारा नोटिस का कोई भी जवाब नहीं दिया जाता है, तो बैंक रिकवरी एजेंट को आपका एड्रेस देकर आपके घर भेजा जाता है. एजेंट कृषि लोन चुकाने के लिए आग्रह करते हैं.

एजेंट द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड लोन चुकाने के लिए दवाब भी बनाया जा सकता है. इसके अलावे, विभिन्न प्रकार के डर भी दिखाया जा सकता है जो संभवतः बैंक आपके खिलाफ कर सकती है.

ध्यान दे, यह दबाव केवल नैतिक तौर पर होगा, कोई भी एजेंट आपके साथ बदतमीजी या मारपीट नहीं कर कर सकते है. यदि कोई ऐसा करता है, तो शिकायत कर सकते है.

स्टेप 3: डिफॉल्ट एवं एनपीए घोषित करना

उपरोक्त दोनों प्रक्रिया के विफल होने के बाद बैंक द्वारा किसान के बैंक खाते को डिफाल्टर घोषित कर दिया जाता है. इससे किसान का सिबिल स्कोर ख़राब हो जाता है. अर्थात, ख़राब सिबिल स्कोर से किसान दुबारा लोन किसी भी बैंक से नही ले सकते है.

लेकिन यदि किसान चाहे तो पुनः सिबिल स्कोर को ठीक कर सकते है. इसके लिए उन्हें पहले लिए हुए लोन को जमा करना पड़ेगा. इसके बाद बैंक में सिबिल स्कोर फिर अच्छा हो जाएगा.

स्टेप 4: सेटलमेंट का अंतिम अवसर देना

बैंक द्वारा अंतिम अवसर के रूप में किसान को एक नोटिस जरी कर सूचित किया जाता है कि बैंक किसान के सभी ब्याज, चार्ज, पेलेंटी को माफ कर देगी. बशर्तें किसान को मूल राशि चुकाने पड़ेंगे.

यदि किसान अंतिम असवर को स्वीकार करते है, तो उनके बैंक अकाउंट को डिफाल्टर घोषित कर मूल राशी को स्वीकार कर लिया जाता है.

ध्यान दे, इस स्टेप में किसान से मूल राशी लेने के बाद किसान किसी अन्य बैंक से लोन कभी भी नही ले सकते है.

स्टेप 5: केस दर्ज करना

बैंक अपने सभी स्वभाविक प्रक्रिया पूरा करने के बाद भी किसान द्वारा लोन नही चुकाया जाता है, तो बैंक बैंक द्वारा किसान पर कोर्ट केस दर्ज करवाया जाता है.

कोर्ट में भी किसान से लोन चुकाने के विभिन्न विकल्प प्रदान किए जाते है. इसके साथ ही कुछ समय भी किसान को उपलब्ध कराया जाता है, ताकि किसान लोन की भुगतान कर सके.

यदि किस लोन को नही चुकाते है, तो क़ानूनी प्रक्रिया को फॉलो किया जाता है. फैसला आने के बाद आपके द्वारा बैंक के पास रखी गई गिरवी संपत्ति को नीलाम किया जा सकता है.

स्टेप 6: संपत्ति की नीलामी करना

किसान क्रेडिट कार्ड लोन के चुकौती में बैंक की सभी प्रक्रिया विफल होने के बाद बैंक द्वारा किसान के नाम नीलामी पत्र घोषित किया जाता है. ग्राम सभा में बैंक द्वारा सभी के समक्ष नीलामी का प्रस्ताव रखा जाता है, जिसमे किसान भी शामिल होते है.

नीलामी से प्राप्त राशी से बैंक पहले लोन की मूलधन, ब्याज, एवं अन्य राशी को जोड़कर कट लिया जाएगा. यदि राशी लोन से अधिक होती है, तो शेष आपको प्रदान कर दिया जाएगा.

लेकिन यदि नीलामी की राशी कम होती है, तो आपको उसे देना पड़ेगा. अन्यथा उसके बदले आपको जेल की भी सजा हो सकती है.

ध्यान दे: यदि आपका संपत्ति लोन की राशी से अधिक कीमत की है, तो उसे बेच कर लोन को चूका दे. इसके कनूरी प्रक्रिया से बच सकते है.

किसान क्रेडिट कार्ड लोन न चुकाने पर क्या करें?

यदि आपको लगता है कि किसान क्रेडिट कार्ड लोन चुकाने में असमर्थ है, तो परेशान होने की जरुरत नही है. क्योंकि, बैंक दूसरा विकल्प भी प्रदान करती है ताकि किसानों पर अतिरिक्त दवाब न पड़े.

लोन के सन्दर्भ में बैंक में जाए और लोन न चुकाने के स्थित में होने के विषय में बात करे. हो सकता है कि बैंक लोन चुकाने की अवधि बढ़ा और लोन पर ब्याज दर भी कम कर दे. यदि यह प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है, तो बैंक से लिखित में प्रमाण अवश्य ले, ताकि बाद में आपको किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो.

शरांश:

किसान क्रेडिट कार्ड लोन न चुकाने पर बैंक आपको नोटिस भेज सकती है. यदि नोटिस की जवाब नही देते है, तो आपके घर रिकवरी एजेंट भी आ सकते है. इसके अलावे, बैंक आपपर केस भी दर्ज करा सकती है. केस के दौरान आपकी संपत्ति की नालामी भी हो सकती है. यदि संपत्ति नीलामी से लोन चुकता नही होता है, तो आपको जेल भी हो सकता है.

इसे भी देखे,

पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्न

Q. KCC लोन कैसे माफ होगा?

किसान क्रेडिट कार्ड लोन माफ नही होगा. यदि आप इस लोन को नही चुकाते है, तो आपपर केस हो सकता है. और केस की फैसला के दौरान नीलामी भी हो सकती है.

Q. किसान क्रेडिट कार्ड लोन लेने वाले की मृत्यु होने पर क्या होगा?

किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेने वाले कर्जदार की अगर असमय मृत्यु हो जाती है, तो ऐसी स्थिति में बैंक अपना लोन एवं ब्याज़ मृतक के संपत्ति से वसूल करता है. 

Q. KCC लोन न भरने पर क्या होगा?

यदि कोई किसान 1 साल तक क्रेडिट कार्ड लोन जमा नहीं है, तो बैंक द्वारा कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. हालांकि, किसानों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, कुछ मौके भी दिए जाते है. इसके वायजुद भी लोन जमा नही किया जाता है, तो क़ानूनी प्रक्रिया को फॉलो किया जाता है.

ध्यान दे, किसान क्रेडिट कार्ड लोन न चुकाने पर बैंक द्वारा नोटिस आर्डर किया जाता है, जिसके तहत आपको कुछ दिन की समय सीमा दिया जाता है. अगर उस समय में भी लोन नही चुकाते है, तो आपपर कानूनी कार्यवाही की जा सकती है. इसलिए, सभी पहलुयों को ध्यान में रखते हुए किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में सोचे.

Whatsapp ChannelJoin
Telegram channelJoin

Leave a Comment